
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के सभी आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण और असरदार दवाइयाँ बेहद कम कीमत पर उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत पूरे देशभर में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र खोले गए हैं, जहाँ जेनेरिक दवाइयाँ ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में 50% से 90% तक सस्ती मिलती हैं। इन केंद्रों से दवाईयों के साथ-साथ सर्जिकल आइटम और हेल्थ प्रोडक्ट्स भी किफ़ायती दामों पर मिलते हैं। आज देशभर में 16,000 से अधिक जन औषधि केंद्र सक्रिय हैं और सरकार का लक्ष्य है कि हर गाँव और हर शहर तक इनका विस्तार हो। इसके साथ ही “Jan Aushadhi Sugam App” के जरिए लोग आसानी से नज़दीकी केंद्र और दवाओं की कीमत भी देख सकते हैं। यह योजना प्रधानमंत्री की ‘सबके लिए स्वास्थ्य और सस्ती दवा’ की प्रतिबद्धता को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
जन औषधि केंद्र क्या हैं? (प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना – PMBJP)
यह एक विशेष फार्मेसी स्टोर है। जहाँ केवल जेनेरिक दवाएँ बेची जाती हैं। जेनेरिक दवाइयाँ वही प्रभाव देती हैं जो किसी महंगी ब्रांडेड दवा से मिलता है, लेकिन उनकी कीमत काफी कम होती है — लगभग 50% से 90% तक सस्ती। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को काफी राहत मिलती है।
वर्तमान में पूरे देश में 16,000 से अधिक जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं और सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में हर जिले, हर ब्लॉक तक इनकी पहुंच बनाई जाए। इन केंद्रों में दवाओं की गुणवत्ता की जांच भारतीय फार्माकोपिया मानकों के अनुसार की जाती है, जिससे सुरक्षा और प्रभावशीलता दोनों सुनिश्चित होती हैं।
इसके अलावा, जन औषधि केंद्रों के माध्यम से सरकार का उद्देश्य स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देना, रोजगार सृजन करना और स्वास्थ्य सेवाओं को आम जनता के लिए सुलभ बनाना भी है। इस योजना ने न केवल दवाओं की कीमतों को नियंत्रण में रखा है बल्कि आम नागरिकों में सस्ती स्वास्थ्य सुविधा के प्रति विश्वास भी बढ़ाया है।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) का संचालन कौन करता है?
इस परियोजना का संचालन (Pharmaceuticals & Medical Devices Bureau of India-PMBI) द्वारा किया जाता है। दवाओं की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए हर बैच को NABL मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में टेस्ट किया जाता है। हर खेप (batch) की दवा NABL मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में टेस्ट होने के बाद ही PMBI के वेयरहाउस से जन औषधि केंद्रों को सप्लाई की जाती है।
30 जून 2025 तक 16,912+ जन औषधि केंद्र शुरू किए जा चुके हैं। योजना की उत्पाद-सूची में ~2,110 दवाएँ और ~315 सर्जिकल/कंज़्यूमेबल आइटम शामिल होने की जानकारी सरकार ने जारी की है। सरकार का आगामी लक्ष्य केंद्रों की संख्या और बढ़ाना है।
नज़दीकी जन औषधि केंद्र कैसे ढूँढें और दवा/कीमत कैसे जाँचें ?
अपने आसपास का PMBJK ढूँढने और दवा/कीमत देखने के लिए “Jan Aushadhi Sugam” मोबाइल ऐप (Android/iOS) उपयोग करें—यह PMBI का आधिकारिक ऐप है जिसमें nearby kendra और medicine search/price जैसी सुविधाएँ हैं।
मार्जिन और प्रोत्साहन की संरचना
केंद्र संचालक को प्रत्येक दवा के MRP (टैक्स छोड़कर) पर 20% ऑपरेटिंग मार्जिन मिलता है। इसके अलावा “नॉर्मल इंसेंटिव” के तहत PMBI से मासिक खरीद का 15% (अधिकतम ₹15,000/माह) तब तक, जब तक कुल ₹5 लाख की सीमा पूरी न हो जाए, दिया जाता है (सॉफ्टवेयर कनेक्टेड PMBJKs पर लागू)। पात्र श्रेणियों—जैसे महिला उद्यमी, दिव्यांग, SC/ST, एक्स-सर्विसमैन, Aspirational Districts/हिमालय/द्वीपीय/NE राज्यों—को एकमुश्त ₹2 लाख (₹1.5 लाख फ़र्नीचर/फ़िक्स्चर + ₹0.5 लाख IT उपकरण) का विशेष अनुदान भी मिलता है (One-Family-One-Grant सिद्धांत के साथ)।
अगर आप अपना “जन औषधि केंद्र” खोलना चाहते हैं—
इस केंद्र को खोलने के लिए व्यक्ति, पार्टनरशिप, NGO/ट्रस्ट, चैरिटेबल संस्था या सरकारी/नामित एजेंसी—कोई भी Official ाइट janaushadhi.gov.in पर आवेदन कर सकता है। इस केंद्र को खोलने के लिए अपने पास कम से कम 120 वर्ग फीट का क्षेत्रफल स्वामित्व/किराए का स्थान, रिटेल ड्रग लाइसेंस, और पंजीकृत फार्मासिस्ट जरूरी शर्तें हैं। विस्तृत प्रक्रिया/फॉर्म Apply for Kendra पेज से उपलब्ध है।
आवेदन के साथ सामान्यतः ID/पता प्रमाण, PAN/Aadhaar, स्थान संबंधी काग़ज़ (लीज़/मालिकाना), न्यूनतम 120 sq.ft. का प्रावधान, ड्रग लाइसेंस (PMBJK नाम से), और फार्मासिस्ट का पंजीकरण विवरण दिया जाता है। विस्तृत दिशा-निर्देश और Agreement Copy आधिकारिक साइट पर उपलब्ध हैं।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) – FAQ
Q1. प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) क्या है?
Ans:- यह भारत सरकार की एक योजना है जिसके तहत देशभर में “जन औषधि केंद्र” खोले गए हैं, जहाँ ब्रांडेड दवाओं के बजाय सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराई जाती हैं।
Q2. जन औषधि केंद्र से मिलने वाली दवाइयाँ क्या सुरक्षित होती हैं?
ANS:- हाँ, जन औषधि केंद्र में मिलने वाली सभी दवाइयाँ उच्च गुणवत्ता मानकों के अनुसार जाँची जाती हैं और ये ब्रांडेड दवाओं जितनी ही प्रभावी और सुरक्षित होती हैं।
Q3. जन औषधि केंद्र कहाँ खोले गए हैं?
Ans:- अब तक देशभर में 16,000 से अधिक जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं, और सरकार का लक्ष्य है कि हर जिले और ब्लॉक स्तर तक इनकी पहुँच हो।
Q4. जन औषधि केंद्र से दवाएँ कौन खरीद सकता है?
Ans:- यह केंद्र सभी नागरिकों के लिए खुले हैं, कोई भी व्यक्ति डॉक्टर की पर्ची लेकर यहाँ से जेनेरिक दवाइयाँ खरीद सकता है।
Q5. जन औषधि केंद्र से मिलने वाली दवाइयाँ कितनी सस्ती होती हैं?
Ans:- यहाँ मिलने वाली दवाइयाँ सामान्य ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 50% से 90% तक सस्ती होती हैं, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को बहुत राहत मिलती है।
Q6. जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन कैसे करें?
Ans:- कोई भी पात्र व्यक्ति या संस्था janaushadhi.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती है। पात्रता, दस्तावेज़ और प्रक्रिया की जानकारी भी वहीं दी गई है।
Q7. इस योजना से क्या लाभ होता है?
Ans:- इससे आम लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएँ मिलती हैं, रोजगार के अवसर बढ़ते हैं और देश में स्वास्थ्य सेवाएँ सुलभ बनती हैं।
Q8. प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का उद्देश्य क्या है?
Ans:- इसका मुख्य उद्देश्य है – “हर नागरिक को कम दाम में अच्छी गुणवत्ता की दवा उपलब्ध कराना” और “देश में जेनेरिक दवाओं के उपयोग को बढ़ावा देना।”